स्वयंर्चित कविता।।हमारे जवान ।।

                                      हमारे जवान 


हर वह व्यक्ति महान है ,
जिसके मन मे देश के लिए कुछ करने की ठान है ,
जिसका भारत माँ के प्रति मान है ,
वही असली जवान है ,
और हर वह जवान महान है ।।1।।

 हर कीमती वस्तु मूल्यवान है  , 
पर उससे भी बड़े हमारे जवान है ,
आंधी,धूप,तूफान में भी जो डट कर खड़े रहते है ,
वही असली जवान है , 
और हर वह जवान महान है ।।2।।

जिसका आतंकियों के सामने सीना छप्पन इंच का रहे , 
जो घायल होने पर भी किसी से न डरे , 
जो हमारी सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहे , 
वही असली जवान है , 
और हर वह जवान महान है ।।3।।

जो अवकाश पर भी अपना कर्तव्य निभाते है , 
मुसीबत होने पर हमेशा डट कर खड़े हो जाते है , 
जो भारत को अपनी माँ मानते है ,
वही असली जवान है , 
और हर वह जवान महान है ।।4।।

जवान वो नही है जो सीमा पर खड़े रहते है ,
जवान वो है जो भारत माँ के लिए अपने प्राण दांव पर रखते है , 
जो आग में जलकर भी भारत माता की जय कहते ह , 
वही असली जवान है ,
और हर वह जवान महान है ।।5।।


 पुलवामा हमले में शहीद हमारे जवान के लिए मेरे द्वारा एक स्वयंर्चित कविता।

आशा है आपको पसंद आएगी ।।

जानकारी



😊  जय हिंद ।।
जय भारत ।।

वंदे मातरम ।। 😊


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